आजकल बढ़ते ऑनलाइन कारोबार में क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से कैशलेस लेनदेन में काफी बहार आ गई है। इस कारोबार में कार्ड यूजर्स को फ्रॉड का भी खतरा है। हाल ही में आए कई मामलों में तो कार्ड यूजर्स को फ्रॉड से भारी नुकसान भी उठाना पड़ा है। इसके लिए संबंधित कंपनियां अपने ग्राहकों को कॉल और SMS कर जागरुक भी करती रहती हैं।
क्या है CVV नंबर-
आपको बता दें कि ऑनलाइन पेमेंट के दौरान कार्ड वेरिफिकेशन वैल्यू यानि CVV नंबर मांगा जाता है, जिससे इस बात की पूष्टी की जाती है कि कार्ड मेंबर ही कार्ड को यूज कर रहा है।
ऑनलाइन पेमेंट के लिए जरुरी-
आपको बता दें कि डेबिट या क्रेडिट कार्ड को यूज करने के दौरान कार्ड वेरिफिकेशन वैल्यू यानि CVV नंबर को कॉपी नही किया जा सकता है। यदि CVV में कोई भी बदलाव किया जाता है तो लेनदेन की प्रक्रिया पूरी नही होती।