जीवन में हमें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता हैं, लेकिन हमें जीवन जीने की उम्मीद कभी नहीं छोड़नी चाहिए। कुछ ऐसा ही एक किस्सा आज हम इस लेख में आप सभी को बताने जा रहें हैं जिससे आप सभी भी बहुत ज्यादा प्रेरित होंगे। हम किसी और की नहीं बल्कि निकोलस जेम्स की बात कर रहें हैं। यह व्यक्ति बिना हाथों और पैरों के ना सिर्फ जिंदगी जी रहा बल्कि लोगों क लिए एक मिसाल कायम कर दी। 1982 की बात हैं जब आस्ट्रेलिया में निकोलस का जन्म हुआ था। लेकिन निकोलस की अवस्था जब उसकी मां को बताई गई तो उन्होंने उसका चेहरा देखने से इनकार कर दिया था। जीवन की इतनी कठिनाइयों का सामना करने के बाद भी निकोलस ने कभी हार नहीं मानी।
आज 34 साल बाद निकोलस लोगों के लिए एक मिसाल बन गए हैं। ज्यादातर लोग निकोलस को निक कहकर पुकारते हैं। निकोलस एक लेखक हैं जिन्होंने ऐसे कई किताबें लिखी हैं जिसे पढ़कर लोग काफी मोटीवेट हो जाते हैं। अभी तक निकोलस 6 से ज्यादा बेस्ट सेलर मोटीवेशनल बुक लिख चुके हैं। ऐसा कोई काम नहीं जो एक सामान्य आदमी और निक ना कर सकते हो।
3 साल पहले निक की शादी हुई थी । उनकी पत्नी को गर्व हैं की निक उनके हमसफर हैं। 2005 से निक एक एनजीओ चला रहे हैं जिसका नाम हैं ‘लाइफ विदाउट लिफ्स’ | इतना ही नहीं सरकार भी इन्हे बहुत सर्पोट करती हैं। इसके जरिए वह दुनियाभर के डिसेबल, हताश लोगों में एक उम्मीद जगाते हैं।