बुध का वक्री प्रभाव-
मानसिक शक्ति, बौद्धिक कौशल, निर्णय लेने की क्षमता, ज्ञान और बुद्धि का प्रतिनिधि ग्रह बुध वक्री होने पर कई तरह से शक्ति प्रदान कर सकता है। शास्त्रों के अनुसार, बुध के वक्री होने से व्यक्ति दूरदर्शी बनता है। इसके प्रभाव मात्र से ही विद्याओं में रूचि बढ़ने लगती है। आपको बता दें कि जिस व्यक्ति के जन्म के समय बुध वक्री होता है वह व्यक्ति संकेत और अंर्तदृष्टि की भाषा को समझने में निपुण होता है।
मिथुन-
सकारात्मक-शादी-ब्याह तय हो सकता है।
नकारात्मक-थोड़ा असहज महसूस करेंगे। शादी ब्याह तय होने का योग है।इसके अलावा जीवन में थोड़ा असहज होने का योग है।
प्रेम-झगड़ा लड़ाई का संकेत है।
व्यवसाय-रोजी रोजगार में बढ़ोत्तरी होगी।
सेहत-ठीकठाक रहेगा।
उपाय- मांकालीजी का दर्शन करें।
कुंभ-
सकारात्मक-आर्थिक रूप से मजबूत होंगे।साथ ही शुभ समाचार की प्राप्ति होगी।
नकारात्मक-मन परेशान रहेगा।
प्रेम-ठीक स्थिति है।
व्यवसाय-ठीक रहेगा।
सेहत-ठीक ठाक स्थिति है।
उपाय-लाल वस्तुओं का दान करें।
मीन-
सकारात्मक-कोर्ट-कचहरी में विजय के संकेत मिलेंगे।
नकारात्मक-पिता के स्वास्थ्य को लेकर सावधानी बरतनी होगी।
प्रेम-ठीक-ठाक स्थिति है।
व्यवसाय-व्यवसायिक सफलता के योग हैं। साथ ही नौकरी चाकरी के अवसर बन सकते हैं।
सेहत-ठीक है।
उपाय-भगवान शिवजी को जलाभिषेक करें।