शोधकर्ताओं की टीम ने सुझाव देते हुए कहा कि नींद की गोलियों का सेवन भविष्य में उच्च रक्तचाप के इलाज की आवश्यकता और अनहेल्दी लाइफस्टाइल की ओर संकेत करता है, जो उच्च रक्तचाप के लिए जिम्मेदार हो सकता है.
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हम में अधिकतर लोग ज्यादा तनाव होने या नींद ना आने की वजह से नींद की गोलियां लेने लगते हैं. हालांकि, शुरुआत में तो कुछ समय के लिए यह गोलियां सुकून देती हैं लेकिन इनकी आदत किसी भी व्यक्ति के लिए खतरनाक साबित हो सकती है. आप भी अगर नींद की गोलियों का सहारा लेते हैं तो सावधान हो जाएं.
दरअसल, हाल ही में हुई एक स्टडी की रिपोर्ट में बताया गया है कि जो लोग रोजाना नींद की गोलियां लेते हैं उनमें हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होने का खतरा अधिक रहता है. स्पेन की ऑटोनोमा डी मैड्रिड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के मुताबिक, नियमित तौर पर नींद की गोलियां लेने ने बुजुर्ग लोगों में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है. यह स्टडी गोरीए ट्रिक्स एंड गेरोनटोलॉजी इंटरनेशनल जर्नल में प्रकाशित की गई है.
इस स्टडी के लिए शोधकर्ताओं की टीम ने तनाव और उच्च रक्तचाप से ग्रस्त करीब 752 बुजुर्ग लोगों को शामिल किया. स्टडी के दौरान पाया गया कि करीब 156 लोगों ने एंटीहाइपरटेंसिव दवाइयों की संख्या में वृद्धि की. इससे नींद की अवधि या क्वालिटी और एंटीहाइपरटेन्सिव ड्रग के उपयोग में परिवर्तन के बीच कोई संबंध नहीं पाया गया.
वहीं, जर्नल Acta Psychiatrica Scandinavica में प्रकाशित हुई पिछली स्टडी में चैतावनी दी गई थी कि नियमित तौर पर नींद की गोलियां लेने से अल्जाइमर बीमारी होने का खतरा बढ़ता है.